How to live a happy life । एक सुखी जीवन कैसे जिएं।


जय हिंद दोस्तो।
              आज हम एक ऐसे विषय के बारे में बात करेंगे जिसको जानते हुए भी हम अनजान बन जाते हैं , और वह है हमारा जीवन। यानी की एक सुव्यवस्थित, सुखी, और एक सुलझा हुआ जीवन।  मै इस क्षेत्र के बारे में आपको इसलिए बताना चाहता हूं क्योंकि कि आजकल का जमाना डिजिटल और भागदौड़ भरा है जिसमें हम एक भाग दौड़ भरी जिंदगी जी रहे हैं। क्योंकि हम में से ज्यादातर  लोगों को यही नहीं पता कि हमारे जीवन का उद्देश्य क्या है,  लोग बस एक उलझा हुआ जीवन  तनावग्रस्त रूप से जी रहे हैं , खासकर यह समस्या इस समय ज्यादातर छात्रों के साथ हो रही है क्योंकि छात्र जीवन हमारे Life का वह Stage है जहां पर एक बच्चे को अपनी शिक्षा के लिए परिवार द्वारा उस पर दबाव डाला जाता है और उसे उसके भविष्य के बारे में डराया जाता है, जिससे परेशान होकर बच्चा रोजगार की तलाश करता है और काम और पढ़ाई में संतुलन बनाने की कोशिश करता है, लेकिन यह हर किसी के सामर्थ्य में नहीं होता और जिससे कि कई बार भविष्य खराब होने की संभावना होने लगती है।

 तो मेरा उद्देश्य बस इतना है कि मैं आप सभी को आसान भाषा में इन जीवन से संबंधित समस्याओं से छुटकारा दिलाकर उन्हें सुलझा हुआ जीवन जीने की ओर अग्रसर कर सकूं. तो आइए शुरू करते है। 

 जैसाकि आप सभी जानते कि आज से कुछ साल पहले एक घटना हुई और उस घटना के परिणामस्वरूप आप प्रकट हुए और अब आपका जीवन अगले 60-70 सालों तक चलना है, लेकिन यदि आपके जीवन में लाइफ मैनेजमेंट नहीं है तो हो सकता है कि आपको अपनी जीवन में कई सारी समस्याओं का सामना करना पड़े जिसको बनाने वाले आप खुद हो, तो आज में आपको कुछ ऐसी चीजे बताऊंगा जिन्हें अपनाकर आप अपने जीवन को सुधार सकते है,  संजोए सकते है, संवार सकते है और इस खूबसूरत जीवन को जी सकते है। 

ध्यान रखिए कि जीवन को जीना और जीवन काटना दोनों में बहुत अंतर होता है जैसे उदाहरण के लिए यदि आप एक व्यक्ति से मिलते हैं और पूछते हैं कैसे हो तो संभवत सामने से यही जवाब आता है कि बस कट रही है जिससे कि पता चला कि उस व्यक्ति का व्यक्तित्व कैसा, वह कितना तनाव और चिंता से ग्रस्त है, उससे खुद की ही समस्याएं नहीं संभाली जाती, दूसरों की बातों को लेकर परेशान रहता है और ऐसी कई सारी समस्याओं के साथ जी रहा है। लेकिन आप चिंता मत कीजिए मै आपको इस स्थिति में नहीं जाने दूंगा यदि आप निरंतरता से मेरी बातों का अपने जीवन में अनुसरण करेंगे।


आपकी जिंदगी में जो ज्यादातर समस्याएं है, तनाव है, अवसाद है, वह सब का कारण क्या है? कभी आपने इस बारे में सोचा है? मैं बताता हूं। इन सब का एक मुख्य कारण है कि आपने अपने जीवन में प्राथमिकताएं तय नहीं की है, आपको ये नहीं पता कि किसे आपको प्रथमिकता देनी है और किसे नहीं ,  जिससे कि आप किसी को भी प्राथमिकता देते हैं फिर इस बात पर आगे चलकर पछतावा करते हैं। तो इस समस्या को सुलझाने के लिए पहले में आपको आपके जीवन के पहली के बारे में समझने का प्रयास करूंगा और फिर आपको उन्हें मैनेज करने का तरीका बताऊंगा। तो आप अपने जीवन को मुख्य रूप से 3 भागों में विभाजित कर दीजिए : 



1. व्यक्तिगत जीवन (Personal Life)  जिसमें केवल आप और सिर्फ आप ही है, किसी भी दूसरे चाहे वह दोस्त , परिवार , या किसी और का कोई हस्तक्षेप (Interfair) नहीं होता। इसमें केवल आप , आपकी सोच , आपके लक्ष्य और आपके कुछ कुछ निजी मामले होते है। इस समय में आप अपने आप से मिले और खुद को जाने क्योंकि जब आप खुद को जानेंगे तभी आपके अंदर एक आत्मसम्मान कि भावना जागेगी , और आप हमेशा अपने आपको उर्जानवित महसूस करेंगे। अपने आप से मिलने के कई तरीके हो सकते हैं जैसे योग करके , मेडिटेशन करके , कभी अकेले बाहर घूमने निकल जाइए या फिर कुछ देर अकेले बैठ कर , या कोई भी तरीका हो सकता है , अगर आपकी कोई hobby हो तो उसे पूरा करके इत्यादि । कहने का मतलब है कि बिलकुल एकांत में कुछ समय बिताए। 


2 समाजिक जीवन (Social Life)  यह वह जीवन होता है जहां हम सामाजिक रुप से जीवन जीते हैं जो कि काफी कठिन भी होता है और काफी आसान भी यह निर्भर होता है आपके Managment पर। इस जीवन के अन्तर्गत परिवार,  रिश्तेदार , दोस्त और वह समाज जहां पर हम रहते हैं वह सभी इसी जीवन के अंतर्गत आता है। और इन सब में से महत्वपूर्ण परिवार होता है क्योंकि यही से हमारा जीवन शुरू होता है।



3 व्यावसायिक जीवन (Professional Life) व्यवसायिक जीवन का मतलब होता है जो हम काम करते हैं जैसे आप किसी को पढ़ाते हैं तो Teaching आप का प्रोफेशन है, आप छात्र हैं पढ़ाई करते हैं तो यह आप का प्रोफेशन है, आप अगर कोई काम करते हैं तो काम आप का प्रोफेशन है। इस जीवन को सबसे अलग रखना चाहिए, अगर आपके साथ आपके Social Life में कुछ समस्या है तो आप उसे अपने प्रोफेशन के बीच में मत लाइए जैसे यदि आपके कोई काम कर रहे हैं तो वहां पर अपने घर की समस्याओं को Mix-up मत कीजिए या परिवार के साथ बैठे हैं तो अपने काम से जुड़ी हुई जो समस्या है उनको आप बीच में मत लाइए वर्ना ऐसा करने से नई समस्याएं पैदा हो जाती हैं।       तो आशा करता हूं दोस्तों की आप लोगों को यह तो समझ आ ही गया होगा कि जीवन के कितने पहलू है। अब बात आती है कि इनको Manage कैसे करे और किसको कितना समय दे. तो दोस्तों आप यह अपने हिसाब से भी तय कर सकते हैं क्योंकि आप इतने समझदार हैं कि आप खुद जानते हैं कि आपको क्या करना है क्या नहीं फिर भी मैं आपको एक सलाह के रूप में बता देता हूं। कि रोज कम से कम आधा घंटा अपने Personal Life को दे जिसमें केवल आप ही आप हो और इस समय में आप अकेले रहिए, कहीं बाहर टहलिए , आपकी जो कमजोरियां हैं उन्हें पहचानिए और उन पर काम करना शुरू कीजिए क्योंकि जब आप अपनी कमजोरियों को पहचान कर उन पर काम करना शुरू कर देते हैं तो इससे आपका व्यक्तित्व निखरता है। (देखिए दोस्तों आपका सोना ,  खाना-पीना यह सब Personal Life में आता है लेकिन मैं जिस Personal Life  बात कर रहा हूं वह इनसे अलग है।

इसके बाद आपको अपने Professional Life में समय सबसे ज्यादा देना है क्योंकि यही वह चीज है जो आपको आपके जीवन में सफल बनाएगी,  आपके लक्ष्य तक पहुंच जाएगी इसलिए इसे कम से कम 12 घंटे जरूर दें इसमें आप यदि कोई काम करते है तो उस काम को करे , पढ़ाई करते हैं तो पढ़ाई संबंधित सारे काम करें। और उस काम को दिल से करे , ऐसा ना हो कि आप कहीं से कम करके आए और वहां का जितना Frustration है उसे घर पर आके उतार दे। ऐसा नहीं करना है क्योंकि वह आपकी प्रोफेशनल लाइफ की समस्या है उसे अपनी सोशल लाइफ में मत मिलाइए उसे अपने तरीके से हैंडल कीजिए।

अब बची आपकी Social Life तो दोस्तों आप इसमें ज्यादा समय ना दे तो ही आपका लाभ है। क्योंकि यह एक कड़वी सच्चाई है कि "सुख के सब साथी दुख में ना कोई"। 

                     मैं ऐसा नहीं कह रहा कि बिल्कुल भी समय नहीं देना है क्योंकि परिवार को समय देना जरूरी है तो आप से ज्यादा सिर्फ एक घंटा दीजिए और अपने Friend Circle को छोटा रखिए जिसमें  मुश्किल से आपके एक से दो दोस्त हो और सिर्फ वहीं जो आपके भरोसे काबिल हो और जो सदैव आपके साथ दें बाकी तो रिश्तेदारो से कभी 10 - 5 मिनट मुलाकात हो जाए तो ठीक वरना तो उन्हें भूल ही जाइए। क्योंकि आपके मुश्किल समय में आपके अलावा और कोई आपके काम नहीं आता।
                तो आशा करता हूं दोस्तों आपको यह पोस्ट अच्छी लगी होगी और आपके जीवन में एक सकारात्मक बदलाव लाएगी । और आपको किसी प्रकार की कोई भी Education से संबंधित कोई समस्या हो तो आप Comment करके जरूर बताएं मैं पूरा प्रयास करूंगा आपको जल्द से जल्द जवाब देने का।
                 जय हिंद।

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