एक स्वस्थ दिनचर्या के मालिक बनिए (Healthy Daily Routine)

जय हिंद दोस्तो

आज कि हमारी चर्चा होगी आपकी दिनचर्या और आपलोगो के खान - पान पर। कि आपको क्या खान - पान रखना चाहिए, क्या दिनचर्या रखनी चाहिए। इससे  तीन चीजें होंगी:-
* दिमाग हमेशा शांत रहेगा
* दूसरा मन में कोई कुविचार नहीं आएंगे
* आप दिन भर मेहनत करते हैं और मेहनत के बाद भी थकान नहीं आती

            और यह तीन चीजें काफी जरूरी है यदि आप इन चीजों पर काम कर सके तो आप बहुत प्रोडक्टिविटी के साथ कोई भी काम कर सकते हैं और तैयारी कर सकते हैं। तो आज हमे इसी बात पर चर्चा करनी है कि हम कैसे एक स्वस्थ दिनचर्या जी सकते हैं और बहुत ही आसान भाषा में मैं आपको समझाने का प्रयास करूंगा।



   *दिन की शुरुआत का पहला चरण*

सबसे पहली बात कभी भी सुबह जगने का समय निर्धारित नहीं करना, यह निर्धारित मत करो कि आपको कितने बजे जगना है। इससे कुछ नहीं होता आप निर्धारित ही करते रह जाएंगे, लेकिन कभी जग नहीं पाएंगे और यह मैं आपको अपने अनुभव से बता रहा हूं और जब से मैंने इस पर काम करना शुरू किया है तो मुझे इसका लाभ भी मिला है। तो हमें उठने का समय के बजाय सोने का समय निर्धारित करना चाहिए। क्योंकि सोने के समय हम पूरे होश में रहते हैं लेकिन सुबह-सुबह जगने के समय हम पूरी तरह होश में नहीं होते। वह तो एक दूसरी अवस्था से निकलकर तीसरी अवस्था में पहुंचने जैसा होता है। तो आप सोने का समय तय करें या फिर सिर्फ जागने का समय निर्धारित करे। दो में से सिर्फ एक समय का ही निर्धारण करें। यहां पर आप Hard & Fast Rule बना सकते हैं। जो आपको आसान लगे उसे निर्धारित कीजिए आपके पास दो विकल्प है लेकिन दोनों को निर्धारित मत कीजिए।
                                  यदि सोने का समय निर्धारित करना है तो आप रात 10:00 से 11:00 बजे के समय का और यदि आपको उठने का समय निर्धारित करना है तो सुबह 5:00 से 6:00 बजे तक का समय निर्धारित कर सकते हैं क्योंकि यह छात्र जीवन के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है। और सबसे महत्वपूर्ण बात कि आपको दिन में नहीं सोना। यदि दिन में काम करके थक गए हैं या खाना खाए है तो थोड़ा सा आंख बंद करके लेट कर आराम कर सकते हैं लेकिन सोना नहीं है, क्योंकि दिन का समय आपको केवल व्यवसायिक जीवन (Professional Life) को देना है। अगर आप दिन में सो गए तो रात को देर तक नींद नहीं आएगी और रात को देर से सोने से दिन में आप अपने निर्धारित समय से नहीं उठ पाएंगे और आपके पूरे दिन का Schedule खराब हो जाएगा और जिसे सुधारने में आपको काफी समय नष्ट हो सकता है। 



इसके साथ ही एक नियम और है कि रात को 11:00 से 11:30 बजे के बाद अपने मोबाइल को अपने आप से दूर कर दीजिए क्योंकि विश्वास कीजिए कि इससे खतरनाक हथियार आपकी जिंदगी में और कुछ नहीं है, ये वो हथियार है जो आपका जीवन खराब कर देगा और अभी आपको पता नहीं चलेगा, आने वाले तीन - चार साल बाद पता चलेगा, जब आपसे एक छोटी सी परीक्षा पास नहीं हो पाएगी। मोबाइल आपके हाथ में सबसे खतरनाक हथियार है यदि रात के 11:00 बजे के बाद आप उसे अपने पास  रखते है तो। क्योंकि ये 11:00 बजे तक सही काम करता है लेकिन 11:00 के बाद वह गलत काम करने लगता है तो 11:00 बजे के बाद उसे अपने आप से बिल्कुल दूर कर दीजिए या उससे पहले दूर कर दे तो और भी अच्छा है क्योंकि 10:00 बजे के बाद से आंखों को भी तो आराम चाहिए, दिन भर तो आप मोबाइल पर ही लगे रहते हैं (यह सिर्फ उनके लिए कहा जा रहा है जो कोई काम नहीं करते हैं क्योंकि काम करने वाले के साथ अलग ही समस्या होती है कई बार उन्हें अपने अन्य कामों के लिए मोबाइल का उपयोग करना पड़ता है) तो कहने का तात्पर्य है कि सोने या जगने का समय आपको तय करना है और उस पर अडिग रहना है और किसी की भी नहीं सुननी चाहिए अपने आप की भी नहीं।



               
*दिनचर्या की शुरुआत*
मान लीजिए आपने सुबह जगने का समय निर्धारित किया है और आप सुबह 6:00 बजे उठ जाते हैं तो उठने के तुरंत बाद आपकी डाइट में हल्का गर्म पानी और उसमें एक नींबू का रस और एक चम्मच शहद होना चाहिए। क्योंकि यह बहुत ऊर्जा वर्धक चीज होती है जो आप के रात भर के टॉक्सिंस को खत्म करके आपको और ऊर्जान्वित कर देती है और सुबह उठने के बाद जो शरीर में आलस , चिड़चिड़ापन होता है वह अपने आप ही खत्म हो जाता है। उसके बाद फ्रेश होकर कोई भी एक फल (हो सके तो सेब या केला) खा लीजिए। इससे होगा ये की रात भर की आपके शरीर की थकान खत्म हो जाएगी , शरीर में नई ऊर्जा का प्रवाह होगा। आप यह समझ लीजिए कि बहुत ही कम समय में आप अपने आप को रिचार्ज कर लेंगे। यानी समझाने का तात्पर्य है कि आपकी सुबह बिल्कुल जबरदस्त होनी चाहिए ताकि दिन भर आप ऊर्जावान महसूस कर सकें। कहीं आप की सुबह ही ऐसी ना हो कि आपको गुस्सा आ रहा है, थकान, चिड़चिड़ापन, कमजोरी महसूस हो रही है।सुबह बिल्कुल ऊर्जा से भरी होनी चाहिए और जो खाने के लिए मैंने कहा है बस उतना खाकर आप बिल्कुल ऊर्जान्वित हो जाएंगे यदि आप करेंगे तो! 


                 
*शरीर को सवस्थ रखे*
इसके बाद अपने शरीर के लिए कुछ कीजिए। जैसा कि मैंने आपको पहले ही बताया कि आपका जीवन स्पष्ट रूप से तीन भागों में बटा हुआ है। जिसमें एक है व्यक्तिगत जीवन(Personal Life), व्यवसायिक जीवन(Professional Life) जिसमें अभी आपको पढ़ाई और काम करना है, और सामाजिक जीवन(Social Life)। यदि आप मेरी मानिए तो आप अपने सामाजिक जीवन को बिल्कुल शून्य कर दीजिए क्योंकि इससे कोई फायदा नहीं है। यारी दोस्ती का कोई फायदा नहीं है कहीं ऐसा ना हो कल को आपका दोस्त आप से आगे निकल जाए और आप वहीं रह जाए जहां पर अभी है और कई बार ऐसा होता भी है। विशेषकर UPSC वाले छात्रों के साथ, क्योंकि इन छात्रों की तैयारी काफी लंबी होती है और इतने लंबे समय तक यदि यह खुद को संयमित नहीं कर पाएं तो हो सकता है कि वह अपने लक्ष्य से भटक जाए। तो यारी दोस्ती के चक्कर में अपना जीवन मत खराब कर लेना, इसलिए सामाजिक जीवन को बिल्कुल 0 कर दीजिए। तो सुबह आपका व्यक्तिगत जीवन होना चाहिए उसमें कोई मोबाइल नहीं, कोई दोस्त, परिवार नहीं बिल्कुल अकेले रहिए। पहले के समय में सुबह उठकर लोग अपने हाथ पैर देखते थे, सूर्य नमस्कार करते थे। लेकिन अब सुबह उठते ही सबसे पहले Whatsapp खुलता है कि रात को कहीं कोई मैसेज तो नहीं आया, किसने क्या Status लगाया है, किसने मेरे Status पर कमेंट किया इत्यादि।
तो मोबाइल का एक नियम बना लीजिए ज्यादा इसके चक्कर में मत पढ़िए, क्योंकि यह भी एक सोशल लाइफ ही है। तो सुबह के समय 30 मिनट खुद के लिए दो। इसमें यह जानने का प्रयास करो कि आपके अंदर क्या चल रहा है क्योंकि हमें यह पता है कि दुनिया में क्या चल रहा है लेकिन हमें यह नहीं पता कि हमारे दिमाग में क्या चल रहा है। तो सुबह-सुबह 30 मिनट एकांत में बैठकर अपने बारे में सोचिए। या शीशे के सामने खड़े होकर खुद को देखिए क्योंकि अपने आप को देखना एक बहुत बड़ी बात होती है, इससे आपके आत्म विश्वास में वृद्धि होगी। या थोड़ी देर योग कर लीजिए। 



योग का मतलब यह नहीं कि आप बिल्कुल ही संत महात्मा बन जाए। इसमें आप Deep Breathing करे। बस लंबी सांस अंदर लेकर उसे रोकिए और फिर उसे छोड़ दीजिए बस इतना ही आपको करना है इससे आपको काफी अच्छा महसूस होगा। शुरू - शुरू में तो यह सब करने में आपका बिल्कुल भी मन नहीं लगेगा, लेकिन धीरे-धीरे आपको यह खुद ही अच्छा लगने लगेगा और फिर ये आपकी दिनचर्या में शामिल हो जाएगा।

                     सुबह का भोजन
इसके बाद नहा धोकर ब्रेकफास्ट कर लीजिए जिसमें कोशिश कीजिए कि वह चीजें खाएं जो ज्यादा ऊर्जा दे  और जिसे बनाने के लिए किसी पर आश्रित ना रहना पड़े। जैसे कि मूंगफली के दाने, मूंग की दाल, चने, अजवाइन और सोयाबीन मिलाकर रख लीजिए। यदि आप अपनी माता जी के लाडले हैं, तो उनसे इनके लड्डू बनवाकर रख लीजिए और रोज सुबह एक गिलास गर्म दूध और एक लड्डू खाइए। ये सेहत के लिए काफी फायदेमंद होगा। क्योंकि मूंगफली और सोयाबीन में सबसे ज्यादा मात्रा में ऊर्जा पाई जाती है, और अजवाइन पेट के लिए काफी अच्छी होती है।
यदि आप इतना नहीं कर सकते तो आप पालक ले लीजिए उसे साफ करके रख लीजिए और सुबह सुबह उसे कच्चा खाइए। इसमें आयरन अच्छी मात्रा में पाया जाता हैं जो कि सेहत लिए बहुत अच्छा होता है। कहीं ऐसा ना हो कि आप एक ही बार में एक - दो किलो खा गए। नहीं। थोड़ी-थोड़ी मात्रा में खा सकते। या फिर आप पीनट बटर (Peanut Butter) खा सकते हैं , यदि आप मांसाहारी हैं तो आप अंडे का सेवन भी कर सकते हैं। कहने का मतलब यह है कि कुछ भी खाइए लेकिन सुबह की डाइट अच्छी होनी चाहिए। इसके बाद 11:00 बजे के करीब 1 फल खा लीजिए ताकि शरीर में उर्जा बनी रहे।



                
दोपहर का भोजन
अब 2:00 बजे का समय लंच करने के लिए बेहतर माना जाता है और इस समय का लंच बिल्कुल जबरदस्त होना चाहिए। इसमें आप राजमा, छोले, दाल ले सकते हैं, या एक प्रकार की दाल और एक प्रकार की सब्जी और कम से कम चार रोटी लीजिए, क्योंकि आपको डिनर मे रात को कुछ नहीं खाना। डिनर हल्का और लंच भारी होना चाहिए तो लंच भारी रखिये। इसमें आप सलाद रख सकते हैं जिसमें टमाटर , खीरा , प्याज या कोई भी हरी सब्जी मिल जाए तो उसे काटकर सलाद बना लीजिए क्योंकि यह स्टूडेंट लाइफ है जिसमें ज्यादा सजावटी खाना नहीं खाना चाहिए और चावल कम से कम खाइए क्योंकि चावल शरीर में आलस भर देता है और कई लोगो को तो चावल खाने के बाद नींद आने लगती है। बाकी तो बुढ़ापे में केवल चावल ही चावल खाना है तो अभी इससे थोड़ा परहेज कीजिए। अब लंच के बाद 5-10 मिनट आराम करके फिर अपने काम पर लग जाइए और 5:00 बजे दोबारा कुछ ना कुछ खा लीजिए। जिसमें आप ड्राई फ्रूट्स ले सकते हैं जिसमें सबसे बेस्ट अखरोट खा लीजिए। इसमें ओमेगा-3 पाया जाता है। यदि ड्राई फ्रूट्स नहीं ले सकते तो आप फल भी खा सकते हैं या फिर यदि आप जानते हो तो आप सत्तू (चने का आटा) ले सकते हैं। इसे एक ग्लास पानी में डालकर स्वादानुसार नमक डालकर शेक बनाकर पी लीजिए। ये बहुत फायदेमंद होता है जो आप की दिनभर की थकान को खत्म करके उर्जापुर्ती कर देता है। 



               
*रात का भोजन*
बात आती है रात की तो रात में बहुत हल्की डाइट लेनी है जिसमें आप ज्यादा से ज्यादा दो रोटी ले सकते हैं। इसलिए मैंने आपको कहा कि लंच में कम से कम चार रोटी तो लीजिए ही। लंच बिल्कुल बेहतर होना चाहिए और इससे भी बेहतर सुबह का ब्रेकफास्ट होना चाहिए। कहा जाता है कि सुबह का भोजन राजा की तरह और रात का भोजन भिखारी की तरह। रात को बिल्कुल हल्की डाइट ले, जिसमें आप दलिया ले सकते हैं, खिचड़ी ले सकते हैं, दूध - दलिया ले सकते हैं। यह बहुत आसान डाइट है जिसे बनाने में कम समय और खाने - पचने में भी कम समय लगता है और इसे बनाने के लिए किसी पर भी आश्रित होने की जरूरत नहीं होती है।

 इसके बाद रात को सोने से पहले पुस्तक पढ़ने की आदत बनाइए। की रात को सोने से 10 मिनट पहले आपको एक किताब पढ़नी है, कोई दूसरी किताब जो आपके स्कूल, कॉलेज या फिर यदि आप किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं तो उसकी नहीं होनी चाहिए। एक ऐसी किताब जो आपको एक सकारात्मक ऊर्जा दे। जैसे आप विजन 20-20 पढ़ सकते हैं जो अब्दुल कलाम जी द्वारा लिखित है, मेरे स्वपनों का भारत या रिच डैड पुअर डैड पड़ सकते है और यदि आप सिविल सेवा की तैयारी कर रहे हैं तो आप किसी एक विचारधारा की पुस्तक मत पढ़िए। क्योंकि आगे चलकर आप प्रशासनिक सेवाओं जाएंगे तो आपको किसी एक विचारधारा पर नहीं चलना। क्योंकि आपको अलग - अलग विचारधारा के लोग , अलग - अलग सोच के लोग मिलेंगे और यदि आप एक ही विचारधारा को मानेंगे तो आप एक अच्छे प्रशासक नहीं बन पाएंगे।

   तो मित्रो आशा करता हूं कि मैंने जो आपको समझाने का प्रयास किया है उसे निश्चित तौर पर आप समझेंगे और उसे अपने जीवन में लाने का प्रयास करेंगे। ताकि आप एक स्वस्थ दिनचर्या का पालन कर सकें और इस नववर्ष को अपने जीवन में निर्णायक बना सकें। 


जय हिंद 🇮🇳 

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